PGT-TGT

Best Tips for Preparing for REET, CTET, and TET Sanskrit Exams

PGT (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) और TGT (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर): एक विस्तृत गाइड

Best PGT-TGT Coaching in Jaipur  भारत की शिक्षा प्रणाली में PGT (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) और TGT (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) का महत्वपूर्ण स्थान है। ये पद विशेष रूप से केंद्रीय विद्यालय (KVs), नवोदय विद्यालय, और राज्य सरकार के स्कूलों में अत्यधिक प्रतिष्ठित हैं। ये शिक्षक छात्रों के अकादमिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस ब्लॉग में, हम PGT और TGT की भूमिका, उनके बीच अंतर, पात्रता मानदंड, करियर की संभावनाएं और तैयारी रणनीतियों को विस्तार से जानेंगे।


PGT (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर) क्या है?

PGT का तात्पर्य ऐसे शिक्षकों से है जो वरिष्ठ माध्यमिक कक्षाओं (कक्षा 11 और 12) को पढ़ाते हैं। ये शिक्षक किसी विशेष विषय में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री और शिक्षण के लिए बी.एड. (B.Ed.) योग्यता रखते हैं।

PGT के प्रमुख कार्य:

  1. विषय विशेषज्ञता: PGT शिक्षकों का कार्य गहन और उन्नत स्तर पर विषय पढ़ाना होता है।
  2. पाठ योजना और शिक्षण: वे विस्तृत पाठ योजनाएं तैयार करते हैं और छात्रों को रोचक तरीके से पढ़ाते हैं।
  3. मूल्यांकन: छात्रों की प्रगति का मूल्यांकन परीक्षाओं, असाइनमेंट, और प्रोजेक्ट कार्यों के माध्यम से करते हैं।
  4. मार्गदर्शन: छात्रों को करियर और शिक्षा से संबंधित सलाह देते हैं।
  5. परीक्षा की तैयारी: बोर्ड परीक्षाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में छात्रों की मदद करते हैं।

PGT बनने के लिए पात्रता:

  • शैक्षिक योग्यता:
    • संबंधित विषय में मास्टर डिग्री (M.A., M.Sc., M.Com. आदि)।
    • B.Ed. डिग्री अनिवार्य।
  • आयु सीमा:
    • सामान्यतः 21 से 40 वर्ष (सरकारी नियमों के अनुसार आरक्षित वर्ग के लिए छूट)।
  • परीक्षाएं:
    • CTET (सेंट्रल टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) या STET (स्टेट टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट) पास करना अनिवार्य।
    • केंद्रीय विद्यालय के लिए KVS PGT परीक्षा।

TGT (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर) क्या है?

TGT शिक्षक कक्षा 6 से कक्षा 10 के छात्रों को पढ़ाते हैं। ये शिक्षक संबंधित विषय में स्नातक डिग्री और शिक्षण के लिए बी.एड. (B.Ed.) योग्यता रखते हैं।

TGT के प्रमुख कार्य:

  1. कक्षा शिक्षण: छात्रों को बुनियादी और माध्यमिक स्तर के विषयों जैसे गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, अंग्रेजी आदि पढ़ाना।
  2. पढ़ाई सामग्री तैयार करना: अध्ययन सामग्री, वर्कशीट और क्रियात्मक गतिविधियों को विकसित करना।
  3. मूल्यांकन: छात्रों की प्रगति का मूल्यांकन करने के लिए टेस्ट और क्विज़ आयोजित करना।
  4. सह-पाठ्यचर्या गतिविधियां: खेल, कला और संगीत जैसी गतिविधियों में छात्रों को प्रोत्साहित करना।
  5. अभिभावक-शिक्षक बातचीत: छात्रों की प्रगति पर अभिभावकों के साथ चर्चा करना।

TGT बनने के लिए पात्रता:

  • शैक्षिक योग्यता:
    • संबंधित विषय में स्नातक डिग्री (B.A., B.Sc., B.Com. आदि)।
    • B.Ed. डिग्री अनिवार्य।
  • आयु सीमा:
    • सामान्यतः 21 से 35 वर्ष।
  • परीक्षाएं:
    • CTET या STET परीक्षा पास करना अनिवार्य।

PGT और TGT में मुख्य अंतर

पहलूPGT (पोस्ट ग्रेजुएट टीचर)TGT (ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर)
शैक्षिक योग्यतामास्टर डिग्री + B.Ed.स्नातक डिग्री + B.Ed.
पढ़ाने का स्तरकक्षा 11 और 12कक्षा 6 से 10
विषय विशेषज्ञतागहन और उन्नत स्तर का ज्ञानबुनियादी और माध्यमिक स्तर का ज्ञान
परीक्षा की आवश्यकताCTET/STET, KVS PGT परीक्षाCTET/STET, KVS TGT परीक्षा
आयु सीमा21 से 40 वर्ष21 से 35 वर्ष

करियर की संभावनाएं और विकास

PGT के लिए करियर मार्ग:

PGT → वरिष्ठ PGT → विभागाध्यक्ष (HOD) → उप-प्रधानाचार्य → प्रधानाचार्य → शिक्षा निदेशक।
PGT शिक्षक विषय विशेषज्ञ के रूप में शोध, पाठ्यपुस्तक लेखन, या शिक्षा सलाहकार की भूमिका में भी जा सकते हैं।

TGT के लिए करियर मार्ग:

TGT → वरिष्ठ TGT → विभागाध्यक्ष → प्रधानाचार्य → शैक्षिक प्रशासक।
TGT शिक्षक अनुभव प्राप्त करने के बाद पाठ्यक्रम विकासकर्ता या परीक्षक के रूप में भी कार्य कर सकते हैं।Best PGT-TGT Coaching in Jaipur 


PGT और TGT परीक्षा की तैयारी कैसे करें?

  1. पाठ्यक्रम समझें:

    • CTET/STET की आधिकारिक पाठ्यक्रम की जानकारी लें।
    • विषय विशेष ज्ञान, शिक्षण पद्धति, और सामान्य ज्ञान पर ध्यान दें।
  2. NCERT किताबें पढ़ें:

    • कक्षा 6 से 12 तक की NCERT किताबें पढ़ें, खासकर गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के लिए।
  3. पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र हल करें:

    • परीक्षा पैटर्न समझने और समय प्रबंधन के लिए मॉक टेस्ट और पिछले प्रश्न पत्र हल करें।
  4. शिक्षण पद्धति पर ध्यान दें:

    • शिक्षण तकनीकों और बाल मनोविज्ञान को समझें।
  5. सामान्य ज्ञान और करंट अफेयर्स:

    • समाचार पत्र पढ़ें और क्विज़/एप्स का उपयोग करें।
  6. ऑनलाइन संसाधन:

    • ऑनलाइन कोर्स और मॉक टेस्ट सीरीज़ से जुड़ें।

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निष्कर्ष

PGT और TGT दोनों ही शिक्षा प्रणाली की रीढ़ हैं। ये शिक्षक छात्रों को उनके भविष्य के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आप एक शिक्षक के रूप में करियर बनाना चाहते हैं, तो अपनी योग्यता और रुचि के अनुसार PGT या TGT में से किसी एक को चुन सकते हैं। सही तैयारी और दृढ़ संकल्प के साथ, आप इस क्षेत्र में न केवल सफलता प्राप्त कर सकते हैं बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी माध्यम बन सकते हैं।Best PGT-TGT Coaching in Jaipur

 
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